डायबिटीज़ जैसी बीमारी प्राकृतिक या अनुवांशिक कारणों से हो सकती है। यह एक ऐसा विकार है , जिसमें रक्तक में इन्सुसलिन का स्त र बढ़ जाता है। डायबिटीज़ मुख्यात : दो कारणों से होता है , या तो शरीर में इन्सुहलिन का बनना बंद हो जाये या फिर शरीर में इन्सुरलिन का प्रभाव कम हो जाये। दोनों ही परिस्थितियों में शरीर में ग्लूसकोज़ की मात्रा बढ़ जाती है। डायबिटीज़ के मरीज़ों को आहार की विशिष्ट सलाह दी जाती है । यह विकार आजीवन रहने वाला है इसलिए अच्छाक होगा कि आप सावधानियां बरतें और अपनी जीवनशैली को थोड़ा संतुलित बनायें। शिवम नेत्रालय के आप्थैहमालाजिस्टड डाक्टेर अशोक हन्सामरिया के अनुसार ऐसा ज़रूरी नहीं कि डायबिटीज़ के बढ़ जाने से आपको कोई तकलीफ हो। इसलिए समय - समय पर रक्त जांच कराते रहें। डाक्ट र अशोक के अनुसार ऐसे आहार जिनसे डायबिटिक्सब को परहेज़ करना चाहिए : डायबिटिक्स को आहार के इन नियमों को अपनाने के साथ - साथ कुछ और सावधानियां भी...
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